Shark Tank India के बाद क्या हुआ “विटनेस द फिटनेस” (WTF) के साथ?

“विटनेस द फिटनेस” (WTF) एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसे फिटनेस इंडस्ट्री में ‘OYO For Hotels’ की तरह देखा जा सकता है। यह लोकल जिम चेन के साथ साझेदारी करके उनके बिजनेस को बढ़ाने में मदद करता है।

Witness The Fitness कैसे करता है ये काम?

Witness The Fitness(Shark Tank India), जिम को ब्रांडिंग, बेहतर माहौल, स्वच्छता और अन्य सुविधाओं के साथ एक साधारण जिम से एक प्रीमियम जिम में बदलने में मदद करता है।

WTF पार्टनर जिम को खुद ही मैनेज और ऑपरेट करता है, और वो भी किफायती कीमतों पर। इसके फाउंडर Vishal Nigam के अनुसार, वे पहले ही 43 से अधिक जिम केंद्रों के साथ साझेदारी कर चुके हैं और आने वाले सालों में कम से कम 5000 फिटनेस क्लब तक पहुंचने की योजना बना रहे हैं।

शार्क टैंक इंडिया का सफर

विशाल निगम, अर्पित निगम और अनीता निगम विटनेस द फिटनेस के सह-संस्थापक हैं। इनमे से विशाल निगम और अनीता निगम शार्क टैंक इंडिया के सीजन 3 में अपने बिजनेस मॉडल के बारे में बताने पहुंचे थे।

अनीता ने पिच शुरू करते ही उन समस्याओं पर ज़ोर दिया जो लोगों को एक अच्छा जिम ढूंढने में आती हैं। और इसी समस्या को हल करने के लिए उन्होंने विटनेस द फिटनेस का निर्माण किया है। यह प्लेटफॉर्म न सिर्फ सही जिम ढूंढने में मदद करता है, बल्कि आपके फिटनेस जर्नी में भी साथ देता है।

दोनों फाउंडर्स ने 2% equity के लिए 1 करोड़ रुपये की मांग की, जिससे कंपनी का कुल वैल्यूएशन 50 करोड़ रुपये होता है।

लेकिन, शुरुआती पिच के बाद ही शार्क्स ने सवालों की झड़ी लगा दी, जिनका जवाब देने में दोनों ही फाउंडर्स कुछ कमज़ोर पड़ गए।

  • अनुपम मित्तल ने कहा कि उनका बिजनेस मॉडल काम नहीं करेगा और इसमें निवेश करने लायक नहीं है।
  • अमन गुप्ता भी प्रेजेंटेशन से प्रभावित नहीं हुए और उन्होंने कहा कि वे सिर्फ बड़े-बड़े शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, असल में कुछ दिखा नहीं रहे हैं।
  • दीपिंदर गोयल को उनके प्रमोशनल बैनर में कई गलतियां मिलीं और वे उनके काम से खुश नहीं थे.
  • नमिता थापर भी बिजनेस मॉडल और उनके नज़रिए से संतुष्ट नहीं थीं और उन्होंने डील से हाथ खींच लिया।
  • विनीता ने कहा कि India का कल्चर ही मुख्य समस्या है जिसके कारण जिम चेन अपना बिजनेस नहीं बढ़ा पाते हैं और उन्होंने भी बाद में डील से बाहर निकलने का फैसला किया.

आखिर में, उन्हें किसी भी शार्क से इन्वेस्टमेंट का ऑफर नहीं मिला. लेकिन, उन्होंने शार्क्स को वादा किया कि वे इसे पॉज़िटिव फीडबैक के रूप में लेंगे और सुधार करेंगे.

तो क्या विटनेस द फिटनेस(Witness The Fitness – Shark Tank India) अपने मिशन में कामयाब होगा?

आने वाले समय में ही इसका पता चल पाएगा. लेकिन, ये ज़रूर है कि शार्क टैंक का ये अनुभव उनके लिए सीखने का बेहतरीन मौका रहा है।

और फाउंडर्स के इंस्टाग्राम पोस्ट्स के मुताबिक वे अपनी गलतियों पर काम कर रहे हैं और उनका बिज़नेस बहुत ही अच्छे से ग्रो कर रहा है।



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