यूट्यूब पर इन दिनों दो बड़े यूट्यूबर्स संदीप महेश्वरी और विवेक बिंद्रा के बीच छिड़ी जंग सुर्खियों में है।
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब संदीप महेश्वरी ने अपने एक वीडियो में एक बड़े यूट्यूबर द्वारा चलाए जा रहे घोटाले का पर्दाफाश किया, लेकिन उस यूट्यूबर का नाम नहीं लिया।
विवेक बिंद्रा को लगा कि यह वीडियो उनके और उनकी कंपनी और उनके बिज़नेस के बारे में है, और उन्होंने एक कम्युनिटी पोस्ट और लाइव वीडियो के साथ माहेश्वरी को बहस की चुनौती देकर जवाब दिया।
संदीप महेश्वरी ने दावा किया था कि उन पर वीडियो हटाने का दबाव डाला जा रहा है।
जैसा की आप जानते ही हैं की दोनों ही यूट्यूबर्स के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं और उनके इस विवाद ने उनके फैंस को भी दो खेमों में बांट दिया है।
आइये अब हम इस बारे में कुछ मुख्य बाते जानते हैं:
विवाद के केंद्र में: विवेक बिंद्रा के ट्रेनिंग प्रोग्राम
विवाद का मुख्य केंद्र विवेक बिंद्रा द्वारा पेश किए जाने वाले कुछ ट्रेनिंग प्रोग्राम हैं, जिनकी कीमत हजारों से लेकर लाखों रुपये तक हो सकती है।
संदीप महेश्वरी ने आरोप लगाया है कि इन प्रोग्रामों में अतिरंजित दावे किए जाते हैं और लोगों को गलत उम्मीदें दी जाती हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि क्या ये प्रोग्राम वास्तव में लोगों को उनके करियर में आगे बढ़ने में मदद करते हैं या सिर्फ पैसा कमाने का जरिया हैं।
MLM का जाल
कुछ लोगों का आरोप है कि विवेक बिंद्रा के कुछ प्रोग्राम मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) मॉडल पर आधारित हैं। MLM में, पैसा कमाने का मुख्य तरीका नए लोगों को प्रोग्राम में शामिल करना होता है, न कि कोई उत्पाद या सेवा बेचना।
MLM को लेकर अक्सर विवाद होता है, क्योंकि कई मामलों में ये स्कैम साबित होते हैं और लोगों को आर्थिक नुकसान होता है।
हालांकि, बिंद्रा इस आरोप का खंडन करते हैं और कहते हैं कि उनके प्रोग्राम किसी भी तरह के MLM स्कीम से जुड़े नहीं हैं।
डर और लालच का सहारा लेना कहां तक जायज़?
इस विवाद ने यूट्यूब कंटेंट क्रिएशन की नैतिकता पर भी सवाल उठाए हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यूट्यूबर्स को सनसनी फैलाने के लिए या व्यूज बढ़ाने के लिए इस तरह के विवाद नहीं खड़े करने चाहिए।
वहीं, कुछ का मानना है कि यूट्यूबर्स को समाज में गलत कामों को उजागर करने का हक है, भले ही इससे विवाद हो। साथ ही, इस बात पर भी बहस हो रही है कि क्या मार्केटिंग में डर या लालच का सहारा लेना नैतिक रूप से जायज़ है।
सबक सीखना ज़रूरी
यह पहली बार नहीं है जब यूट्यूब पर इस तरह के विवाद देखने को मिले हैं। अतीत में भी कई यूट्यूबर्स पर फर्जी दावे करने, लोगों को गुमराह करने और यहां तक कि स्कैम चलाने का आरोप लग चुका है।
ऐसे मामलों से सबक लेना जरूरी है और यूट्यूब को भी अपने प्लेटफॉर्म पर इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
सतर्क रहें, जांच करें, फिर फैसला लें
हमारी मानें तो सिर्फ वीडियोस या कम्युनिटी पोस्ट्स को पढ़ कर कोई भी फैसला ना ले। सच को बहार आने का इंतजार करें और फिर सोच समझ कर सही फैसला ही लें।
साथ ही कभी भी ऑनलाइन कोर्सेज में एनरोल करने से पहले उस कोर्स के कंटेंट के बारे में अच्छे से जांच करलें और बाकी लोगो के reviews को पढ़ कर सही कोर्सेज को चुनें।
अब देखना यह है की क्या इन वीडियोस के आने के बाद सच से पर्दा उठ पायेगा?
और क्या इस मामले के बाद लोग ऑनलाइन कोर्सेज को लेकर जागरूक होंगे?
जुड़े रहिये DoodhJalebi24 के साथ और हम आपके लिए लाते रहेंगे इस मामले की सारी updates ।
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